जेरूसलम, 13 अक्टूबर 2025: दो साल के भीषण संघर्ष के बाद आखिरकार गाजा में युद्धविराम लागू हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की 20-सूत्री शांति योजना के तहत हमास और इजराइल के बीच हुए इस समझौते से गाजा के पालिस्तीनी नागरिकों को राहत मिली है।
युद्धविराम के मुख्य बिंदु
- हमास द्वारा सभी जीवित बंधकों को रिहा करना
- इजराइली सेना का गाजा से आंशिक रूप से पीछे हटना
- 2,000 पालिस्तीनी कैदियों की रिहाई
- इजराइल द्वारा गाजा के 53% हिस्से पर नियंत्रण बनाए रखना
अमेरिका की भूमिका
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने इस युद्धविराम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जो “पूर्ण विजय” तक लड़ने की बात करते रहे थे, को अमेरिका के दबाव में युद्धविराम स्वीकार करना पड़ा।
शांति की चुनौतियां
हालांकि युद्धविराम एक सकारात्मक कदम है, लेकिन स्थायी शांति की राह में कई चुनौतियां हैं:
- हमास का अपनी सैन्य शक्ति छोड़ने पर सहमत न होना
- गाजा के प्रशासन को लेकर अनिश्चितता
- इजराइली सेना का गाजा के आधे से अधिक हिस्से पर नियंत्रण
- दोनों पक्षों के बीच गहरा अविश्वास
अंतर्राष्ट्रीय प्रयास
मिस्र में हो रहे शिखर सम्मेलन में अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के नेता शामिल हो रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान एक बार फिर पालिस्तीन मुद्दे पर केंद्रित हुआ है।
निष्कर्ष
युद्धविराम एक आशा की किरण जरूर है, लेकिन यह केवल “विराम” है, “शांति” नहीं। स्थायी समाधान के लिए अमेरिका और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक निष्पक्ष बिचौलिए की भूमिका निभानी होगी, जो इजराइल की सुरक्षा चिंताओं और पालिस्तीनियों के आत्मनिर्णय के अधिकार दोनों का सम्मान करे।